×

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन महत्वपूर्ण बैठक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन महत्वपूर्ण बैठक

Spread the love

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हाल ही में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें रूस ने अपनी सेना में भर्ती किए गए सभी भारतीय नागरिकों को रिहा करने पर सहमति व्यक्त की है। यह कदम भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर द्वारा रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ एक बैठक में भारतीय नागरिकों की सुरक्षित और शीघ्र वापसी के लिए जोर देने के बाद उठाया गया।

बैठक का पृष्ठभूमि

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के दौरान, कुछ भारतीय नागरिकों ने रूसी सेना में भर्ती हो गए थे। इसके चलते भारतीय सरकार ने रूस के सा​ ​स मुद्दे को गंभीरता से उठाया गया। भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने इस पर कड़ा रुख अपनाया और रूसी राजदूत के माध्यम से मॉस्को में अधिकारियों से भारतीय नागरिकों की जल्द रिहाई की मांग की।

मुख्य बिंदु

  1. भारतीय नागरिकों की रिहाई: रूसी सेना में भर्ती किए गए भारतीय नागरिकों की रिहाई की मांग को भारत ने जोर-शोर से उठाया। इस मुद्दे पर रूस ने सहमति जताते हुए सभी भारतीयों को रिहा करने का आश्वासन दिया।
  2. भर्ती प्रक्रिया पर रोक: भारतीय सरकार ने रूसी सेना द्वारा भारतीय नागरिकों की भविष्य में किसी भी भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग की है​ ​रत-रूस के पारस्परिक संबंधों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
  3. सावधानी की अपील: विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों से रूस में नौकरी के अवसरों की तलाश करते समय सतर्क रहने की अपील की है। उन्हें सलाह दी गई है कि वे ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल न हों जो उनके लिए खतरनाक साबित हो सकती है।

प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन के बीच वार्ता

प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच इस बैठक में द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर भी चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि यह युद्ध का युग नहीं है और सभी देशों को शांति और स्थिरता के लिए मिलकर काम करना चाहिए।

भारतीय प्रतिक्रिया

भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस मामले को प्राथमिकता देते हुए, इसे विभिन्न मंचों पर उठाया। SCO (शंघाई सहयोग संगठन) की बैठक के दौरान भी जयशंकर ने इस मुद्दे को सर्गेई लावरोव के साथ चर्चा में प्रमुखता दी। जयशंकर ने ट्विटर पर लिखा, “हमने हमारे द्विपक्षीय साझेदारी और समसामयिक मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। हमने युद्ध क्षेत्र में मौजूद भारतीय नागरिकों की सुरक्षित और शीघ्र वापसी की मांग की”【9†source】।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई इस बैठक के बाद, रूस द्वारा अपनी सेना में भर्ती किए गए सभी भारतीय नागरिकों की रिहाई का आश्वासन भारत के लिए एक बड़ी राहत है। यह बैठक भारत और रूस के बीच सहयोग और समझ को और मजबूत करेगी, साथ ही भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। विदेश मंत्री एस. जयशंकर द्वारा इस मुद्दे को उच्च स्तरीय वार्ता में प्रमुखता देने के कारण, भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित हो सकी है। इस ​ ​रूस संबंधों में एक नया आयाम जुड़ गया है और भविष्य में दोनों देशों के बीच और भी बेहतर सहयोग की संभावना है।​


Spread the love

Post Comment

You May Have Missed